राजस्थान का एक महत्वपूर्ण जिला उदयपुर अपने सौंदर्य जिलों तथा पर्यटक को आकर्षक स्थल सदा बना रहा है राजस्थान का उदयपुर जिला अपनी जनसंख्या अपने ऐतिहासिक महत्व तथा वर्तमान पढ़ाई के कारण पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है उदयपुर सिटी इतनी सुंदर है कि लोग यहां पर फिल्म शूटिंग के लिए भी आते हैं उदयपुर सिटी का निर्माण महाराणा उदय सिंह ने करवाया था इतनी सुंदर होने के कारण राजस्थान की उदयपुर सिटी को राजस्थान का कश्मीर भी कहा जाता है और यह झीलों की नगरी है।
Who founded udaipur : उदयपुर की स्थापना किसने की थी
मुगल के आक्रमण से परेशान होकर उदय सिंह ने अपनी राजधानी चित्तौड़ से हटकर उदयपुर की थी उदयपुर को महाराणा उदय सिंह ने बसाया था इसलिए इसका नाम उदयपुर पड़ा महाराणा उदय सिंह ने उदयपुर की स्थापना 1550 में पिछोला झील के किनारे की थी।
उदयपुर कहाँ पर है | राजस्थान में |
उदयपुर का निर्माण किसने कराया था | महाराणा उदय सिंह ने |
उदयपुर की स्थापना कब हुई | 1550 |
उदयपुर में क्या प्रसिद्ध है | उदयपुर विश्व पर्यटन स्थल में पाँच नंबर आता है, |
उदयपुर घूमने का सबसे अच्छा मौसम कौनसा है | बारिश का मौसम |
जयपुर से उदयपुर कितनी दूर है | 398 किलोमीटर है |
Some important lakes of udaipur : उदयपुर की कुछ महत्वपूर्ण झीले
1. फतेहसागर झील बहुत ही बड़ी झील है उदयपुर की जिसका पूर्ण निर्माण फतेह सिंह ने करवाया था इस झील के अंदर तीन टापू स्थित है इस झील में नेहरू उद्योग भी स्थित है इसमें देखने के लिए एक चिड़ियाघर भी बनाया गया जो बहुत ही बढ़िया है फतेहसागर झील में वोटिंग की टिकट ₹330 है।
2. उदयपुर की सबसे बड़ी झील पिछोला झील के नाम से जानी जाती है पिछोला झील सिटी पैलेस के पास में स्थित है पिछोला झील का निर्माण लगभग 1362 ईस्वी में करवाया गया था पिछोला झील के एरिया का बात करें तो लगभग 7 किलोमीटर में यह झील है पिछोला झील में एक टापू पर जगन्नाथ मंदिर भी स्थित है जो देखने में बहुत ही सुंदर है पिछोला झील में वोटिंग करने के लिए दो तरह की वोट होती है एक बड़ी और और छोटी वोट की टिकट लगभग 360 होती है तथा छोटी वोट की टिकट ₹180 होती है जिसमें वह लगभग 15 से 20 मिनट आपको पिछोला झील में फहराते हैं पिछोला झील के खुलने का समय सुबह 8:00 बजे से शाम को 6:00 तक का है।
3. एक मुख्य झील जसवंत झील भी उदयपुर में ही स्थित है इस झील का निर्माण महाराजा अभय सिंह करवाया था यह झील देखने में बहुत ही सुंदर एवं आकर्षक लगती है इस झील का निर्माण 1749 ईस्वी में करवाया गया था।
What is there in the lacke palase : लेक प्लेस में क्या-क्या है
यह महल पिछोला झील में है इसका निर्माण महाराणा जगत सिंह द्वारा कराया गया था यह जगन्नाथ मंदिर के पास एक टापू में स्थित है इसका निर्माण 1747 ईस्वी में कराया गया था वर्तमान में इसकी सुंदरता को देखते हुए इसे ताज होटल के नाम से ओर ताजमहल के नाम से भी जाना जाता है ताजमहल नाम से प्रसिद्ध लेक पैलेस दुनिया भर में प्रसिद्ध है इसके बनावट बहुत ही आकर्षक है इसमें लगभग 65 कमरे में बहुत बड़े-बड़े भवन है इसमें खाना बहुत अच्छा होता है 5 स्टार होटल है।
Information about studies in udaipur : उदयपुर की पढ़ाई के बारे में जानकारी
राजस्थान के उदयपुर जिले को पढ़ाई के बारे में देखा जाए तो वह बहुत ही विकसित जिला है यहां पर पढ़ाई के लिए कई स्कूल है कई कॉलेज हैं लगभग 165 स्कूल कॉलेज है इसमें एक इमू है जो विश्व प्रसिद्ध है इसकी स्थापना 2011 में की गई थी यह भारत में आठवें स्थान पर है यह ग्लोबल वार्मिंग के बारे में जानकारी देते हैं
Information about Zina and copper in udaipur: उदयपुर में जिंक और कॉपर के बारे में जानकारी
राजस्थान के उदयपुर जिले में जिंक और कॉपर सर्वाधिक खनन किया जाता है उदयपुर में जिंक की खनन जावर की खदान में है जावर की खान विश्व में सबसे पुरानी जिंक धातु की खान है जो उदयपुर में स्थित है जावर की खान का खनन हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड कंपनी करती है कॉपर का दूसरा नाम तांबा भी कहां जाता है।
Udaipur’s Temples : उदयपुर के मंदिर
उदयपुर में सबसे प्रसिद्ध करणी माता का मंदिर है जो ऊंची पहाड़ियों पर स्थित है वहाँ पर जाने के लिए पहाड़ चढ़ना पड़ता है इसके ऊपर चढ़ने के लिए रैंप भी है इसकी टिकट 160 रुपए है यह मंदिर बहुत ही बड़ा एवं सुंदर है इसके चारों ओर से देखा जाए तो उदयपुर सिटी बहुत ही सुंदर और आकर्षित लगती है रोप से मंदिर की और जाते समय पूरे उदयपुर सिटी दिखती है जो देखने में बहुत सुंदर लगती है इसी से 1 किलोमीटर दूर अंबा माता का मंदिर भी स्थित है जो देखने में बहुत सुंदर लगता है इसमें विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर भी स्थित हैं।
Information about sajjangarh : सज्जनगढ़ के बारे में जानकारी
सज्जनगढ़ का किला उदयपुर का सबसे ऊंचा जो देखने में बहुत ही सुंदर एवं आकर्षित किला है सज्जनगढ़ किले से पूरे उदयपुर को देखा जा सकता है और इससे पिछोला झील और फतेहसागर झील दोनों दिखती है सज्जनगढ़ का किला सिसोदिया वंश के राजा सज्जन सिंह ने करवाया था सज्जन सिंह ने इस किले का निर्माण में वैज्ञानिकों तकनीक अभिव्यां रखा था सज्जनगढ़ किले को मानसून किला भी कहा जाता है
सज्जनगढ़ का किला गर्मी से परेशान होकर सज्जन सिंह ने करवाया था और एक यह भी कारण है कि सज्जन सिंह ने सज्जनगढ़ के किले का निर्माण मानसून गतिविधियों पर जानकारी रखने के लिए करवाया था बात करेंगे सज्जनगढ़ का किला समुद्र तल से कितना ऊंचा है तो लगभग 244 मीटर ऊंचा है सज्जनगढ़ किले पर चढ़ने के लिए टिकट इंडियन की 155 रुपए और नॉन इंडियन की 555 है अगर हम ऊपर चढ़ने के लिए उसकी टिकट लगभग ₹300 है।
सज्जन सिंह का जन्म 18 जुलाई 1859 हुआ था वह दीर्घायु नहीं दिए थे 26 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था बाद में उनके बेटे फतेह सिंह ने इस किले का निर्माण करवाया था इस किले में बहुत ही बड़े-बड़े भवन है यह पांच मंजिला महल है इसमें सफेद संगमरमर का इस्तेमाल एवं चूना पत्थर का इस्तेमाल किया गया है इसके खुलने का समय 8:00 बजे से शाम को 6:00 बजे तक रहता है इसके साथ ही एक वन्य जीव अभ्यारण भी स्थित है यह चारों ओर से अरावली पर्वतमाला से गिरा हुआ है पहाड़ों से गिरा हुआ है यह इतनी ऊंचाई पर है कि कभी-कभी बादल नीचे दिखते हैं।
Jagannath Temple of Udaipur : उदयपुर का जगन्नाथ मंदिर
उदयपुर का विश्व सुंदर जगन्नाथ मंदिर का निर्माण 1551 में महाराजा अमर सिंह ने पिछोला झील पर करवाया था।
What is the extent of Udaipur : उदयपुर का विस्तार कितना है
2011 की जनगणना के अनुसार उदयपुर की जनसंख्या लगभग 26,33,312 है उदयपुर में रहने वालों का जन घनत्व लगभग 242 वर्ग किलोमीटर है उदयपुर का क्षेत्रफल 11724 वर्ग किलोमीटर है जो बहुत अधिक है उदयपुर एक बहुत बड़ा विशाल जिला है जो अपनी सुंदरता के लिए विश्व प्रसिद्ध है उदयपुर एक संभाग भी है जिसमें 5 जिले शामिल होते हैं उदयपुर का पुराना नाम जियान सागर था।
City Palace of Udaipur : उदयपुर का सिटी पैलेस
भारत का सबसे दूसरा सुंदर पैलेस सिटी पैलेस विश्व प्रसिद्ध है महाराजा उदय सिंह ने अपनी राजधानी मेवाड़ चित्तौड़गढ़ से हटकर उदयपुर करने के सोच से सिटी पैलेस का निर्माण करवाया था सिटी पैलेस 1529 ईस्वी में महाराज उदय सिंह ने करवाया था इसे अरावली पर्वत की श्रृंखला पर पिछला झील के बीच में बनाया गया था इस महल का निर्माण भूल भुलैया की तरह कराया गया।