Amer fort Jaipur: आमेर किले की पूरी जानकारी पढ़िए

भारत के राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर में आमेर किला हिंदू शैली और मुसलमान शैली का एक अच्छा उदाहरण है ओर सुंदरता की दृष्टि से बहुत ही अच्छा प्रदर्शन करता है आमेर किला ऊंची पहाड़ी के ऊपर बनाया गया किला राजस्थान में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में सबसे ऊंचा एवं सुंदर किला माना जाता है। वर्तमान में आमेर किला राजस्थान सरकार के अंदर है आमेर किले के अंदर कई तालाब एवं झिले बनाई गई ओर आमेर किले में कई भवनों का निर्माण करवाया गया था

Who built the Amer fort । आमेर किले का निर्माण किसने करवाया था

आमेर किले का निर्माण 16वीं शताब्दी में राजा मानसिंह प्रथम द्वारा कराया गया है आमेर किले पर लगभग डेढ़ सौ वर्ष तक मानसिंह के उत्तरदाई को ने शासन किया था आमेर किले में कई सभाएं और शीश महल का निर्माण करवाया गया यह किला बहुत ही ज्यादा सुंदर होने के कारण से आमेर महल भी कहा जाता था इस वंश के अंतिम शासक मानसिंह 2 थे मानसिंह प्रथम की 12 रानियां थी उनके लिए अलग-अलग महल बनाए गए थे मानसिंह प्रथम ने 1592 की स्थापना की थी। इस किले में एक शिला माता का मंदिर भी बनाया गया है ओर साथ चार बड़े आंगन थे आमेर किले में लाल बालू पत्थर संगमरमर पत्थर इस्तेमाल किया गया है।

Who became the kings off Amer : आमेर किले में कौन-कौन राजा बने है

आमेर किले के प्रथम राजा मानसिंह थे जिनकी 12 रानियां थी उनके लिए 12 अलग-अलग महल बनाए गए थे उन सभी का रास्ता राजा मानसिंह के पास खुलता था ताकि मानसिंह उन सब पर निगरानी रख सके और उनसे मिल सके मानसिंह का जन्म 1540 ईस्वी में हुआ था मानसिंह अकबर के प्रमुख सेनापति में से एक थे मानसिंह अकबर के नवरत्नों में भी शामिल थे मानसिंह ने अपने जीवन में कई युद्ध लड़े थे जिसमें से उन्होंने सिर्फ एक हारा था मानसिंह ने हल्दीघाटी युद्ध में अकबर की सेवा का नेतृत्व किया था मानसिंह के बाद सवाई जयसिंह 2 ने आमेर किले को संभाला था उसे विकास किया था स्वराज सिंह की एक रानी थी और उसके लिए बहुत बड़ा महल बनाया गया था उसके बाद राजा जयसिंह प्रथम ने का पूरा आमेर संभाला था।

What are the current opening hours of Amer fort : वर्तमान में आमेर के खुलने का समय क्या है

राजस्थान की राजधानी जयपुर में से 11 किलोमीटर दूर आमेर किला स्थित है जो वर्तमान में राजस्थान सरकार के अंदर है जिससे राजस्थान सरकार को बहुत अच्छी आय प्राप्त होती है आमेर किले का वर्तमान खुलने का समय समय सुबह 8:00 से शाम को 6:00 तक का है जिसमें पर्यटक उसे अच्छे से घूम सकते हैं देख सकते हैं आमेर को देखने के लिए टिकट भी लगती है जिसकी वर्तमान राशि ₹100 है।

आमेर किले का रात्रि दृश्य

और स्कूल एंड कॉलेज की विद्यार्थियों को फ्री है आमेर किला देखने के लिए वहां पर गाइड भी मिलते हैं आमेर किले के ऊपर चढ़ने के लिए स्वयं की गाड़ी की जाने की अनुमति भी होती है आमेर किले के ऊपर फ्री में वाई-फाई भी दी जाती है आमेर किले के ऊपर खाने-पीने की व्यवस्था भी की है आमिर किले के ऊपर चढ़ने के लिए पैदल एवं गाड़ी दोनों व्यवस्था होती है

वहां पर किराए की गाड़ी करके भी ऊपर चढ़ा जा सकता है आमेर किले में शाम को 9:00 से 11:00 तक लाइट शो चलता है जिसे देखने के लिए अलग से टिकट लगती है रात को केवल वही आमेर किले के अंदर जा सकता है जो लाइट शो देखा है इस लाइट शो को देखने की टिकट की ₹100 लगती है लाइट शो से आमेर किला बहुत अच्छा सुंदर लगता हैं।

What was built in Amer fort : आमेर किले में क्या-क्या बनाया गया

आमेर किले में एक बहुत ही सुंदर शीश महल बनाया गया जो 40 से स्तंभों पर बनाया गया है इस महल की सबसे अच्छी खासियत यह है कि इसमें एक दिया जगने पर पूरे महल में रौनक हो जाती है इसके सुंदर निकासी और शीश बहुत ही अच्छे हैं इसमें एक छोटा शिला माता का मंदिर भी है जिसकी राजा मानसिंह हमेशा सेवा करता था और युद्ध में जाने से पहले शिला मात माता का आशीर्वाद लेता था।

इसमें एक आदमी महल बनाया गया था जिसमें कछुआ वंश का राज तिलक से होता था इसमें दीवाने आम दीवाने खास भी बनाया गया था आमेर किले के चारों ओर बहुत ही ऊंची ऊंची दीवारों बनाई गई आमिर किले में एक पैदल रास्ता जो आम लोग चढ़ सके और एक रास्ता गाड़ियों के लिए भी बनाया गया आमेर किले में एक म्यूजियम भी है जिसमें राजाओं का सारा सामान रखा गया है।

Who is the owner of Amer fort : आमेर किले का मालिक कौन है

सर्वप्रथम आमेर किले का निर्माण राजा मानसिंह प्रथम ने करवाया था जो बहुत ही सुंदर एवं बड़ा विशाल किला है

हनुमान सिंह ने सुरक्षा की दृष्टि से बहुत ही अच्छा बनाया इसके चारों ओर ऊंची-ऊंची दीवारों बनाई है राजा मानसिंह ने बहुत ही विशाल किला बनाया था राजा मान सिंह ने इसमें 12 रानियां के लिए 12 महल अलग-अलग बनाए थे।

Who designed the Amer fort : आमेर किले की डिजाइन किसने बनाई थी

आमेर किले की डिजाइन हिंदू है मुस्लिम शैली दोनों में बनाई गई है आमेर किले में शीश महल बनाया गया है जो 40 स्तंभों पर बनाया गया है आमेर का किला पहाड़ियों पर स्थित है आमेर किले में लाल पत्थर और संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है इसमें गुप्त रास्ते भी बनाए गए हैं।

Where is Amer fort located : आमेर किला कहां स्थित है

आमेर किला भारत में राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर में स्थित है आमेर किला जयपुर से 11 किलोमीटर दूर स्थित है जहां पर जाने के लिए आप गाड़ी टेंपो से जा सकते हो आमेर के लिए के ऊपर चढ़ने के लिए आप स्वयं की गाड़ी और किराए की गाड़ी भी ले जा सकते है।

Amer Fort Jaipur

What was the ancient name of Amer fort : आमेर किले का प्राचीन नाम क्या है

आमेर किले के प्राचीन नाम अलग-अलग है एक मत किसी का नहीं है वास्तु में देखा जाए तो आमेर का नाम अम्बा माता से लिया गया है आमेर किल को अंबापुर भी कहा जाता है।

Who was the Amer fort princess : आमेर किले की राजकुमारी कौन थी

आमेर किले की राजकुमारी रानी जोधा बाई थी जिनका बचपन का नाम हीरावती था रानी जोधा बाई की शादी अकबर से कराई गई।

Best time to visit Amer fort : आमेर किले जाने का सही समय

आमेर किला जाने का सही समय बारिश का मौसम रहता है क्योंकि बारिश के महीने में आमेर किले में जो तालाब बना है वह पूरा बारिश के पानी से भर जाता है उसके बीच में जो बाग बनाया हुआ हरा भरा रहता है उसके सारे पेड़ पौधे खिले रहते हैं फूल खिले रहते हैं जिससे वह अच्छा प्रदर्शन करता है इसलिए देखने में लिया अति सुंदर लगता है बारिश के महीने में थोड़ी ठंड रहती है जिससे ऊपर चढ़ने में आसानी रहती है बारिश के मौसम में पहाड़ पूरे हरे भरे रहते हैं जो देखने में लिए बहुत ही अच्छा सुंदर है

Some mein facts about amer fort : आमेर किले की कुछ मुख्य बातें

  • आमेर किला जयपुर से 11 किलोमीटर दूर स्थित है
  • आमेर किले को राजा मानसिंह प्रथम ने बनाया था
  • आमेर किले को 1592 में बनाया गया था
  • आमेर किले की राजकुमारी रानी जोधा बाई थी
  • आमेर किले में एक म्यूजियम भी स्थित है
  • आमेर किले में फिल्म शूटिंग भी की जाती है
  • आमेर किले में एक शीश महल और शिला माता का मंदिर भी स्थित है
  • आमेर किला सुबह 8:00 बजे से शाम को 6:00 बजे तक खुला रहता है
  • आमेर किले में शाम को एक लाइट शो भी चलता है जिसकी टिकट अलग से लगती है
  • आमेर किले में टिकट की प्राइस ₹100

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